( नवरात्री चल समारोह )

झाबुआ शहर की संस्कृति को प्रदेश के साथ ही देश भर में अलग पहचान दिलाने वाला नवरात्री उत्सव का विशाल चल समारोह आयोजन . विगत कई वर्षो से अनवरत चल समारोह का आयोजन आज न सिर्फ झाबुआ शहर या मध्य प्रदेश अपितु सम्पूर्ण भारत वर्ष में एक धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, सामाजिक जैसी सभी गतिविधियों को समेटे एक ऐसा वृहद आयोजन जो नवरात्री के पावन पर्व पर पूरे शहर को भक्ति मयी माहोल में , और विभिन संस्कृति के रंगों में पूरे शहर को ज्योतिर्मय और प्रकाशमय बना रहा सा दिखाई देता है . शहर का हर एक शख्स इस खुशनुमा और धर्म मयी माहोल में पूरी तरह से विलीन हो ,,, माँ दुर्गा के नगर आगमन के इस भव्य आयोजन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराता है . देश के ख्यात कलाकारों द्वारा द्वारा इस आयोजन में प्रस्तुति दी जाती है . निश्चित रूप से नवरात्री का यह चल समारोह किसी भी प्रकार के भाषिक बंधन, संस्कृति विशेष या धर्म, मज़हब से ही सम्बंधित ही नहीं है बल्कि देश भर के हर धर्म मज़हब के कलाकारों द्वारा इस समारोह में प्रस्तुति दी जाती है शहर के भी हर धर्म , संप्रदाय, मज़हब के लोग इस गरिमामयी आयोजन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराते है , देश के कोने - कोने से आये कलाकारों द्वारा अपने शेत्रिया लोकगीत, लोक्न्रत्य , अखाडा आदि की प्रस्तुति इस चल समारोह का मुख्य आकर्षण है .
 राजगड नाका मित्र मंडल द्वारा प्रतिवर्ष इसी तरह नवरात्री का यह चल समारोह आयोजन आयोजित कर समूचे शहर में धर्म मयी माहोल के साथ पूरे शहर की जनता को एक श्रेष्ठ धार्मिक, व आपसी सोहार्दा पूर्ण वातावरण बनाकर नवरात्री के पूरे नो दिन तक पर्व को पूरे उत्साह के साथ मनाया जाता है .

            पूरे शहर की आम जनता की मंगल कामना राजगड नाका मित्र मंडल के साथ हमेशा ही रहेगी निश्चित रूप से राजगड नाका मित्र मंडल एवं इस वृहद आयोजन में भागीदार हर एक शख्स बधाई का पात्र है हम आशा करते है की शहर में आयोजित यह गरिमा मयी व अत्यंत धार्मिक आयोजन शहर की छवि को देश भर में अलग पहचान दिलाने के साथ ही विकट भविष्य में एक नए शिखर पर होगा......






( झाबुआ का राजा )
Jhabua Ka Raja Ganesh Utsav
              झाबुआ शहर और शहर की सम्पूर्ण जनता हेतु एक गरिमामयी और एतिहासिक  आयोजन झाबुआ का राजा गणेशो उत्सव . शहर के कस्तूरबा मार्ग में प्रतिवर्ष  विराजित श्री गणेश की मूर्ति पूरे शहर में आस्था का केंद्र  के रूप में प्रचलित है .  वैसे तो शहर में हर गली , मोहल्ले में  गणेशो उत्सव पर्व के साथ श्री गणेश की स्थापना की जाती है .  मगर कस्तूरबा मार्ग में विराजित झाबुआ का राजा  श्री गणेश  की १५-२० फिट उची  यह प्रतिमा   वास्तव  में शहर की आम जनता की लिए  आस्था का एक विहंगम केंद्र है .
                           झाबुआ का राजा ग्रुप सदस्यों द्वारा  श्री गणेश की स्थापना में कमी पेशी नज़र नहीं आती. पांडाल में प्रवेश करते ही रौशनी की  चका चौंध, फूलो की आकर्षक साज सज्जा , पेरो में मखमली कालीन, और सामने झाबुआ के राजा श्री गणेश  की १५ फिट उची  प्रतिमा ! निश्चित रूप से एक अदभुत, अतुल्य,  अविस्मरनीय और विहंगम द्रश्य जिसकी कल्पना मात्र से ही ह्रदय तर उठता है !  श्री गणेश की यह प्रतिमा , मूर्ति का सोंदर्य , बनावट आदि देखते ही बनता है .
                           झाबुआ का राजा ग्रुप सदस्य व इस आयोजन से जुडे सभी लोग  बधाई और शुभ कामनाओ के हक़दार है  जिन्होने शहर में ऐसे ही अत्यंत धार्मिक, व विहंगम आयोजन कर झाबुआ शहर की इस पावन भूमि को धर्म भूमि के रूप में विकसित करने का हर शहरवासी का स्वप्न साकार किया है .....